दोस्तों कुछ स्टूडेंट यह जानना चाहते है की कंप्यूटर ऑपरेटर के सिलेबस में कौनसे कौनसे सब्जेक्ट होते है हमें कंप्यूटर ऑपरेटर बनने कौनसे कौनसे सब्जेक्ट पढ़ने पड़ेगें तो आइये जानते है कंप्यूटर ऑपरेटर के सिलेबस में कौनसे कौनसे सब्जेक्ट होते है?
ऑपरेटिंग सिस्टम – कंप्यूटर ऑपरेटर के अंदर ऑपरेटिंग सिस्टम एक इम्पोर्टेन्ट पार्ट है क्योंकि इसके द्वारा ही पूरा कंप्यूटर कण्ट्रोल होता है और इसी पर ही सभी सॉफ्टवेयर चलते है ऑपरेटिंग सिस्टम के अंदर कंप्यूटर की पूरी सेटिंग होती है कंप्यूटर के अंदर फाइल्स और फोल्डर को मैनेज किया जाता है अगर कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं होगा तो कंप्यूटर पर हम किसी भी प्रकार के सॉफ्टवेयर पर काम नहीं कर सकते है और ना ही किसी प्रकार की फाइल्स फोल्डर बना सकते है इसलिए कंप्यूटर ऑपरेटर सिलेबस में ऑपरेटिंग सिस्टम को ज्यादा प्राथमिकत दी गई है.
वर्ड – जब कंप्यूटर के अंदर टाइपिंग और लीगल डॉक्यूमेंट बनाना होता है तब कंप्यूटर के अंदर वर्ड सॉफ्टवेयर की जरुरत होती है कंप्यूटर ऑपरेटर के अंदर वर्ड सीखना बहुत जरुरी है क्योंकि इसके अंदर ही हम लेटर, एप्लीकेशन, बुक, कवर पेज डिजाइनिंग जैसी चीजों बनाने का काम करते है इसलिए हर कंप्यूटर इंस्टिट्यूट पर वर्ड सॉफ्टवेयर को जरूर पढ़ाया जाता है।
एक्सेल – कंप्यूटर ऑपरेटर में एक्सेल सब्जेक्ट काफी इम्पोर्टेन्ट सब्जेक्ट है क्योंकि कंप्यूटर में हिसाब-किताब से सम्बंधित कामों में एक्सेल का उपयोग काफी ज्यादा किया जाता है इसलिए कंप्यूटर ऑपरेटर के सिलेबस में एक्सेल सब्जेक्ट को जरूर रखा गया है जब आप जॉब करेगें तो एक्सेल हर जॉब में उपयोग होना वाला सॉफ्टवेयर है इसलिए हर कंप्यूटर यूजर को एक्सेल पर काम करना बहुत जरुरी है।
पॉवरपॉइंट – कभी ना कभी कंप्यूटर ऑपरेटर को पीपीटी प्रेजेंटेशन की बनाने की जरूरत होती है क्योंकि हर कंपनी या ऑफिस में किसी प्रोडक्ट या सर्विस की पीपीटी बनाई जाती है अगर कंप्यूटर यूजर ऐसे कंपनी या ऑफिस में जॉब करेगा तो कैसे प्रोडक्ट या सर्विस की पीपीटी बनायेगा तो इसी बात को ध्यान में रखते हुए कंप्यूटर ऑपरेटर के सिलेबस में पॉवरपॉइंट सॉफ्टवेयर को एक सब्जेक्ट के रूप में रखा है इसलिए हर कंप्यूटर ऑपरेटर को कंप्यूटर में पॉवरपॉइंट पर भी काम करना आना चाहिए।
इंटरनेट – यह कंप्यूटर का एक ऐसा सब्जेक्ट है जिसे हर कंप्यूटर यूजर को ही नहीं बल्कि हर व्यक्ति को सीखना चाहिए कयोंकि अब सब कुछ ऑनलाइन हो चुका है हमारे द्वारा किये जा रहे प्रतिदिन कार्यों में इंटरनेट का 50% का हिस्सा बन गया है ऐसा कोई दिन नहीं जाता है जब व्यक्ति इंटरनेट कंनेक्ट नहीं होता है इंटरनेट पर व्यक्ति अपने खाने से लेकर पहने तक की चीजों को खरीद रहा है इसलिए कंप्यूटर ऑपरेटर को इंटरनेट पर काम करना आना बहुत जरुरी है।
ध्यान दें – हर इंस्टिट्यूट के अपने-अपने कंप्यूटर ऑपरेटर सिलेबस के सब्जेक्ट होते है जो मैन-मैन सब्जेक्ट होते है कंप्यूटर ऑपरेटर के वो हमने आपको ऊपर बता दिया है यह वो सॉफ्टवेयर है जो अनिवार्य रूप से कंप्यूटर ऑपरेटर के सिलेबस में होते है और हर कंप्यूटर इंस्टिट्यूट इनको जरूर पढ़ाता है.