Online Transaction करते समय क्या-क्या सावधानियाँ वर्तनी चाहिये?

यदि देखा जाये तो इंटरनेट आज प्रत्येक व्यक्ति के लिए जरुरी हो गया है और आज हर व्यक्ति इंटरनेट से अपने व्यक्तिगत कार्य भी कर रहा है तो आज दुनियाँ के हर व्यक्ति के लिए इंटरनेट जितने फायदे का कार्य कर रहा है उतना ही व्यक्ति को नुकसान पहुंचा रहा है तो आज हम आप से बात करने वाले है की अगर आप इंटरनेट पर Online Transaction करते है तो आपको इंटरनेट पर Online Transaction करते समय क्या-क्या सावधानियाँ वर्तनी चाहिये –

  • आप हमेशा अपने कंप्यूटर में पेड टोटल सिक्योरिटी एंटीवायरस जरूर इनस्टॉल करें क्योंकि एंटीवायरस आपके कंप्यूटर लैपटॉप में ऑनलाइन ट्रांसक्शन करते समय आपको सुरक्षित रखता है।
  • आप अपने कंप्यूटर की कण्ट्रोल पैनल सेटिंग में जाकर विंडोज. फ़ायरवॉल को चेक जरूर करें कि, कंप्यूटर का विंडोज फ़ायरवॉल ऑन है कि ऑफ यदि ऑफ है तो उसे ऑन जरूर करें क्योंकि विंडोज फ़ायरवॉल आपके  कंप्यूटर लैपटॉप में आने वाले वायरस , मैलवेयर  रोकता है जिससे ऑनलाइन ट्रांसक्शन करते समय कंप्यूटर में किसी भी प्रकार का वायरस मैलवेयर घुस नहीं पता.
  • अपना पर्सनल इंटरनेट नेटवर्क का ही उपयोग करें कभी भी आप पब्लिक नेटवर्क से इंटरनेट पर कोई भी Online Transaction नहीं करें क्योंकि पब्लिक नेटवर्क असुरक्षित रहता है वो आपके प्राइवेसी को खतरा पहुंचा सकता है और ट्रांसक्शन करते समय आपकी UPI Pin , डेबिट, क्रेडिट, कार्ड की डिटेल्स देख सकता है और आपको भारी नुकसान पहुँचा  सकता।
  • अपने कंप्यूटर के इंटरनेट ब्राउज़र के Incognito Windows /Private Windows को ही ऑनलाइन ट्रांसक्शन के लिए उपयोग लाये नॉर्मल विंडोज से ऑनलाइन ट्रांसक्शन ओपन नहीं करे अगर आप नॉर्मल विंडोज में ट्रांसक्शन करते  तो आपके कंप्यूटर लैपटॉप के ब्राउज़र में सेव कूकीज किसी हैकर की भी हो सकती है जो आपको नुकसान भी पहुंचा सकती है.
  • आप कंप्यूटर में इंटरनेट पर उन्हीं वेबसाइट को Online Transaction के लिए उपयोग करे जिस वेबसाइट में SSL Certificate / HTTPS जुड़ा हो अगर वेबसाइट HTTPS से सुरक्षित है तो जब आप इस वेबसाइट से ऑनलाइन ट्रांसक्शन करेगें तो आपकी कोई भी डिटेल्स एन्क्रिप्ट फॉर्म में होगी जिसे थर्ड Persion नहीं देख सकता और आपके ट्रांसक्शन किसी भी प्रकार की डिटेल्स पूरी तरह से सुरक्षित होती है गूगल में उन्ही वेबसाइट को आपको उपयोग करने का सुझाव देता है जिस वेबसाइट में यूआरएल के अंदर HTTPS हो.
  • अपने इंटरनेट  कंप्यूटर लैपटॉप के ब्राउज़र की सभी कूकीज को जरूर डिलीट करें ऑनलाइन ट्रांसक्शन से पहले क्योंकि जब आप इंटरनेट का उपयोग करते है तो अनजाने में कुछ ऐसी वेबसाइट पर चले जाते हो जिसे आप ठीक से नहीं जानते है हो सकता है वो वेबसाइट किसी स्पैमर, हैकर, मैलवेयर, वालों की हो और वो आपके इंटरनेट ब्राउज़र में कुछ वायरस, मैलवेयर स्टोर कर दे जिससे वो मैलवेयर , वायरस आपके ब्राउज़र को ट्रैक कर सकते और आपको नुकसान पहुंचा सके.
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