बिटकॉइन क्रिप्टोकोर्रेंसी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करती है

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर लैपटॉप डिवाइस एक-दूसरे से जुड़े होते है

सभी बिटकॉइन हिस्सेदार का एक पब्लिक अकाउंट होता है  जिसे Ledger खाता कहते है

इस Ledger खाते की कॉपी हर एक ब्लैकचैन के कंप्यूटर लैपटॉप में डिजिटल फॉर्मेट में स्टोर होती है

जो लोग ब्लॉकचैन से जुड़े कंप्यूटर लैपटॉप को हैंडल करते है

उन्हें Miners कहते है Miners का काम होता है बिटकॉइन की हर लेनदेन को वेरीफाई करते रहना

जैसे की अ से ब को 5 बिटकॉइन क्रिप्टोकोर्रेंसी लेना है तो को कैसे पता चलेगा की पास 5 बिटकॉइन है

तो यह पता लगाने के लिए Miners की हेल्प लेनी होती है

Miners आपको बता देगें वास्तव में अ के पास बिटकॉइन Available है देने के लिए की नहीं

Miners जब यह काम करते है तो उनको कुछ काम के बदले रिवॉर्ड मिलते है जो बिटकॉइन के फॉर्मेट में होते है

यानि इस काम को  करने के लिए उनको कुछ बिटकॉइन मिलते है