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Second Generation Computer कैसे थे?
दोस्तों Second Generation के Computer की अवधि 1955 से लेकर 1964 तक थी लेकिन बहुत से लोग Second Generation के Computer की अवधि 1956 से लेकर 1964 तक भी माना करते है।
सन 1948 में Shockly नामक वैज्ञानिक ने Transistor का अविष्कार किया Second Generation के कंप्यूटर में Vacuum tube जगह Transistor का उपयोग किया जाने लगा था Second Generation के कंप्यूटर गर्म होने की समस्या बनी रहती थी और यह काफी गर्मी उतपन्न करते थे ,
Second Generation के कंप्यूटर में भी First Generation कंप्यूटर की तरह Ac की आवश्यकता पड़ती थी Second Generation कंप्यूटर में डाटा स्टोर करने के लिए Magnetic Tap का उपयोग किया गया इस Generation में कंप्यूटर में Transistor का उपयोग होने से इस Generation के कंप्यूटर का साइज़ एक दम छोटा हो गया था.
First Generation Computer की तुलना में Second Generation Computer काफी अधिक तेज थे और इसके अंदर बाइनरी लैंग्वेज की जगह असेंबली लैंग्वेज का प्रयोग किया गया था असेंबली लैंग्वेज में अंग्रेजी भाषा के शब्दों को कोड के रूप में उपयोग किया गया था और Second Generation Computer में COBOL और FORTRAN कंप्यूटर लैंग्वेज सामने आई।
Second Generation के Computer की विशेषताएँ कौनसी-कौनसी थी?
- Second Generation के Computer आने से Computer का आकर छोटा हो गया.
- Second Generation के Computer First Generation के Computer से तेज चलने वाले थे.
- Second Generation के Computer में भी First Generation के Computer की तरह गर्म होते थे और गर्मी उत्तपन्न करते थे.
- First Generation के Computer के कंप्यूटर की तरह ही Second Generation के Computer के स्थान को AC की आवश्यकता पड़ती थी.
- डाटा स्टोर करने के लिए पहली बार Magnetic Tap उपयोग किया गया।
Second Generation के Computer
- I.B.M 1620
- I.B.M 7094
- I.B.M 1108