MSME आधार उधोग क्या है MSME आधार उधोग रजिस्ट्रेशन के लिए डॉक्यूमेंट

आजकल प्रत्येक व्यापारी को अपना व्यापार क़ानूनी तौर पर करना बहुत जरुरी है और क़ानूनी तौर पर व्यापार करने के लिए प्रत्येक व्यापारी को अपने व्यापार को चालू करने के लिए भारत सरकार द्वारा निकाले गये सभी नियोमों को फॉलो करना बहुत जरुरी है जैसे की व्यापार का पंजियन फॉर्म भरना, व्यापार का रजिस्ट्रेशन आदि काफी चीजों से गुजरना पड़ता है जिससे

प्रत्येक व्यापारी को अपना व्यापार करने में काफी समय और मेहनत लगती है बस इसी बात को ध्यान में रखते हुये सभी वर्ग के उधोग का विकास करने के लिए भारत सरकार के प्रधान मंत्री एक स्कीम की घोषणा की जो की यह स्कीम भारत सरकार के मंत्रालय एम.एस. एम.इ. के माध्यम से निकाली गई है.

जब व्यापार में प्रत्येक व्यापारी अपने व्यापार को शुरू करने के लिए अपने व्यापार का पंजीयन करने के लिए भारत सरकार द्वारा निर्मित दो क़ानूनी फॉर्म अनिवार्य रूप से भरने पड़ते थे पहला EM1 ( Entrepreneurs Memorandum 1 ) और दूसरा EM 2 (Entrepreneurs Memorandum2) और बहुत से प्रकार के फॉर्म भरना पड़ते थे और तभी व्यापार का पंजीयन होता था,

लेकिन भारत सरकार के मंत्रालय एम.एस. एम.इ. के माध्यम से इस प्रक्रिया को Online कर दिया है जिससे प्रत्येक व्यापारी अपने व्यापार को शुरू अथवा पंजीयन कराना काफी आसान बना दिया है आप केवल udyogaadhaar.gov.in के वेबसाइट पर जाकर के अपने व्यापार का आधार उधोग का फॉर्म भरिये अपने व्यापार का पंजीयन प्रमाण पत्र प्राप्त कीजिये मात्र 24 घंटे में और अपना व्यापार को शुरू कीजिये वो भी क़ानूनी तोर पर कम से कम समय में बिना ज्यादा मेहनत करें.

ध्यान दें – आधार उधोग का पंजीयन कराने अथवा व्यापार का आधार उधोग प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आपके पास निम्न डॉक्यूमेंट होना अति आवश्यक है –

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • बैंक अकाउंट

आधार उधोग का निर्माण करने का उद्देश्य?

इस स्कीम का निर्माण 2006 में तत्कालीन सांसद में प्रस्तुत किया गया था भारत सरकार के प्रधान मंत्री सभी व्यापारी का विकाश करने और रोजगार में वृद्धि करने करने एवं सभी छोटे व्यापारी का विकाश करने के लिए इस आधार उधोग की स्कीम का निर्माण किया जिससे प्रत्येक व्यक्ति अपने व्यापार शुरू कर सके और देश बड़े उधोग स्तर पर पहुच सके और अपने और अपने देश की इकॉनमी का विकास कर सके और देश में चल रही वेरोजगारी को दूर कर सके.

प्रत्येक व्यापारी को अपने व्यापार का पंजीयन अथवा आधार उधोग क्यों जरुरी है?

  • प्रत्येक व्यापारी को अपने व्यापार का पंजीयन करने के लिए.
  • प्रत्येक व्यापारी को अपने व्यापार का क़ानूनी तोर पर शुरू करने के लिए.
  • प्रत्येक व्यापारी को अपने व्यापार को लोन प्राप्त करने के लिए अथवा उसमें छुट पाने के लिए.
  • प्रत्येक व्यापारी को अपने व्यापार के लिए सरकार के माध्यम से निकाली गयी सभी योजना प्राप्त करने के लिए.
  • ध्यान दें – प्रत्येक व्यापारी के आधार उधोग के क्या-क्या फायदे है इसके बारे में हम आगे के आर्टिकल में जानेगें. 
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