Contents
- 1 चलिये अब बात करते है कि आखिर E-COMMERCE का जन्म कैसे हुआ और इसका इतिहास क्या है
- 2 चलिये अब बात करते रहे की E-COMMERCE प्रकार कितने हो सकते है?
- 3 E-COMMERCE से लोगों को कितने फायदे होते है?
- 4 अब बात करते है की E-COMMERCE की वजह से क्या-क्या हानि उत्पन्न हुई है?
- 5 E-COMMERCE के ग्राहक की ओर से फायदे क्या-क्या हो सकते है ?
- 6 E-COMMERCE से व्यापारियों के फायदे क्या-क्या हो सकते है?
- 7 E-COMMERCE KE NUKSHAN KYA HAI ?
इंटरनेट पर किसी भी प्रकार का सामान ख़रीदा या फिर बेचा जाता है या फिर इंटरनेट पर व्यापार से सम्बंधित लेन-देन किया जाता है तो उसी को हम E-COMMERCE कहते है इंटरनेट पर किसी भी प्रकार के छोटे या बड़े व्यापार को E-COMMERCE कहा जा सकता है.
दोस्तों यदि आपने इंटरनेट से किसी भी प्रकार का सामान ख़रीदा-बेचा है या फिर किसी भी प्रकार का लेन-देन किया है तो आप भी एक E-COMMERCE का हिस्सा रहे हो आज के समय में E-COMMERCE की वजह से इंटरनेट का यूज़ काफी अधिक हो रहा है आज के व्यापारी अपने छोटे-बड़े व्यापार को E-COMMERCE से जोड़ रहे है और अपने व्यापार को और भी विकसित कर रहे है
E-COMMERCE के आने से आज व्यापारी अपने ही देश में बैठकर अन्य देशों में व्यापार कर रहे है और लाभ कमा रहे है इंटरनेट पर बहुत से ऐसे प्लेटफार्म है जहाँ आप E-COMMERCE व्यापार कर सकते हो आपको केवल इन प्लेटफार्म पर जाकर अपने व्यापार को रजिस्टर्ड करना होता है आप जैसे ही रजिस्टर्ड करते है आप E-COMMERCE व्यापार से जुड़ जाते है और E-COMMERCE से लाभ कमाने के योग्य बन जाते है।
आप यह भी कह सकते है कि इंटरनेट पर जो भी व्यापार सम्बंधित गतिविधि हो रही है वो E-COMMERCE के अंतर्गत आती है चाहे वो व्यपारिक लेन -देन हो या फिर किसी भी प्रकार का सामान को खरीदना और बेचना हो.
चलिये अब बात करते है कि आखिर E-COMMERCE का जन्म कैसे हुआ और इसका इतिहास क्या है
दोस्तों बताया जाता है की इंटरनेट पर E-COMMERCE की शुरुआत 1960 और 1970 के बिच मानी जाती है लेकिन इसके बारे में कुछ लोगों का अलग – अलग मत है बताया जाता है की EDI (ELECTRONIC DATA INTERCHANGE ) तकनीक के माध्यम से व्यापार से सम्बंधित दस्तावेजों या कागजों का लेन-देन किया जाता था इसी के माध्यम से व्यापार से सम्बंधित सामान का आर्डर , PURCHES , INVOICE भेजा और प्राप्त किया जाता था.
फिर कुछ समय बाद E-COMMERCE का विकाश हुआ और वेबसाइट इंटरनेट पर सामान बेचने का काम कर रही थी और वहीं E-COMMERCE वेबसाइट का जन्म हुआ E-COMMERCE में AMAZON.COM और EBEY.COM ने इंटरनेट पर सामान बेचने का काम किया बहुत से व्यापारी इन वेबसाइट से जुड़कर E-COMMERCE व्यापार से जुड़ रहे थे
पहली E-COMMERCE वेबसाइट की शुरआत JEFF BOZES ने की थी उन्होंने सन, 5/JULY /1994 में AMAZON.COM नाम की एक वेबसाइट की शुरुआत की थी AMAZON.COM एक पहली वेबसाइट थी जिसने इंटरनेट पर सामान बेचने का कार्य किया था
उसके बाद सन, SEPTEMBER /1995 EBEY.COM की भी शुरुआत हुई जिसपर भी सामान बेचने का कार्य किया जाता था इन दोनों के आने से E-COMMERCE काफी विकसित हुआ और भारी मात्रा में ONLINE सामने बेचने और खरीदने कर कार्य इंटरनेट पर किया जाने लगा,
कुछ समय बाद बहुत सी E-COMMERCE वेबसाइट जा जन्म हुआ जिनके नाम इस प्रकार है –
E-COMMERCE WEBSITE | WEBSITE OWNER | LANCH DATE |
flipkart.com | BINNY BANSAL & SACHIN BANSAL | 15/SEPTEMBER 2017 |
snapdeal.com | JASPER INFOTECH | FEBURARY / 2010 |
alibaba.com | JACK MA | 4/APRIL/1999 |
jabong.com | MYNTRA | 2011 |
shopclues.com | SANJAY SETHI & SANDEEP AGRAWALL | JULY/2011 |
olx.in | ALEC OXENDFORD & FEBRICE GRINDA | 2006 |
quikr.com | PRANAY CHULET & JIBY THOMAS | 10/AUGUST/2015 |
चलिये अब बात करते रहे की E-COMMERCE प्रकार कितने हो सकते है?
- BUSINESS TO BUSINESS E-COMMERCE
- BUSINESS TO CUSTOMER E-COMMERCE
- DIGITAL MIDDLEMAN E-COMMERCE
1 – BUSINESS TO BUSINESS E-COMMERCE
BUSINESS TO BUSINESS E-COMMERCE में कोई दो बड़ी व्यापारिक कंपनी आपस में प्रोडक्ट या सर्विस या फिर अन्य सेवाओं का आदान -प्रदान करती है।
2 – BUSINESS TO CUSTOMER E-COMMERCE
BUSINESS TO CUSTOMER E-COMMERCE का अर्थ है की इंटरनेट से E-COMMERCE वेबसाइट से कुछ सामान या कोई सेवा प्राप्त करना जब कोई व्यक्ति इंटरनेट से किसी वेबसाइट से कोई सामान खरीदता है या फिर अन्य सेवा खरीदता है तो यह प्रोसेस BUSINESS TO CUSTOMER E-COMMERCE में आती है.
3 – DIGITAL MIDDLEMAN E-COMMERCE
DIGITAL MIDDLEMAN E-COMMERCE के अंदर इंटरनेट पर एक बड़ा सर्वर बनाया जाता है जिसके अंदर हजारों व्यापारी अपना व्यापार करते है इसके अंदर एक ऐसी वेबसाइट बनाई जाती है जिसमें हर देश के व्यापारी अपने व्यापार को रजिस्टर्ड करके व्यापार करते है।
E-COMMERCE से लोगों को कितने फायदे होते है?
E-COMMERCE की सहायता से अब कोई भी व्यक्ति अपने घर बैठे सिर्फ अपने कंप्यूटर या लैपटॉप या फिर मोबाइल की सहायता से कोई भी सेवा इंटरनेट पर प्राप्त कर सकता है.
आज के समय में व्यक्ति E-COMMERCE से जुड़कर इंटरनेट से हर प्रकार की सेवा प्राप्त कर रहा है और अपना किमती समय बचा रहा है आज E-COMMERCE पर हर वो सेवा उपलब्ध है जो हर व्यक्ति के जीवन से जुडी है जैसे –
- आप घर बैठे सामान खरीद सकते हो.
- आप घर बैठे किसी को भी रुपये पहुंचा सकते हो.
- आप घर बैठे अपनी जरुरत की चीजों को आर्डर कर सकते हो.
और देखा जाये तो E-COMMERCE की वजह से आज हर व्यक्ति अपने पर्स में रूपये लेकर नहीं घूमता है उसे किसी भी चीज को खरीदने के बाद पेमेंट करना होता है तो वो अपने किसी डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड या फिर नेट बैंकिंग से कर देता है।
अब बात करते है की E-COMMERCE की वजह से क्या-क्या हानि उत्पन्न हुई है?
E-COMMERCE की वजह से बहुत से छोटे व्यापार काफी प्रभावित हुये जिसके चलते वो व्यापारी E-COMMERCE का लगातार विरोध करते चले आ रह है।
E-COMMERCE में जब कोई ग्राहक सामान खरीदता है तो उसके पास जाने -अनजाने में ख़राब आ जाता है जिससे उस सामान को वापस करने के ग्राहक को काफी समस्या से गुजरना पड़ता है।
E-COMMERCE में हम किसी भी सेवा को पहले उपयोग नहीं कर सकते है जैसे की हम अपने शहर कोई दुकान से सामान खरीदने से पहले उसे जाँच परख लेते है और तभी खरीदते है लेकिन E-COMMERCE में इस चीज का आभाव है.
E-COMMERCE के ग्राहक की ओर से फायदे क्या-क्या हो सकते है ?
किसी भी प्रकार का सामान घर बैठे खरीदना – ग्राहक का E-COMMERCE में देखा जाये तो बहुत बड़ा फायदा है क्योंकि वो अपने किसी भी स्थान या घर बैठे किसी भी राज्य या देश या फिर कह सकते है दुनियां से किसी भी प्रकार का सामान खरीद सकते है. यदि देखा जाये तो बहुत सा सामान हमें अपने शहर या राज्य या फिर देश में नहीं मिल पाता है तो ऐसी स्थति में E-COMMERCE हमारी मदद करता है जिससे हम उस सामान को दुनियां के किसी भी कोने से खरीद सकते है और उसे आसानी से पा सकते है।
सामान को चेंज करना या रुपये बापस लेना – यदि हम किसी भी E-COMMERCE वेबसाइट से सामान ख़रीदे है तो वो सामान हमारे पास ख़राब या गलत आ जाता है तो ऐसी स्थति में E-COMMERCE वेबसाइट आपकी संतुष्टि के लिए यह सामान आपको बदल कर देगा या फिर आपके रुपये बापस देगा। E-COMMERCE का दायित्व बनता है कि वो ज्यादातर ग्राहकों को संतुष्ट रखना चाहता है।
घर बैठे सामान की पूरी जानकारी लेना- जब आप E-COMMERCE वेबसाइट से कोई सामान खरीदना चाहते हो तो उस सामान की आप पूरी जानकारी लेना चाहते हो तो E-COMMERCE वेबसाइट आपको उस सामान से सम्बंधित हर वो जानकारी देगा जो एक व्यापारी नहीं दे सकता है आप अपने किसी भी स्थान से उस सामान से सम्बंधित हर एक वो जानकारी मिल जायेगी जो आप जानना चाहते है।
समय की बचत– आज कल हर व्यक्ति के लिए समय की बचत करना काफी जरुरी हो गया है इसलिए हम कह सकते है कि E-COMMERCE समय की बचत का एक बहुत बड़ा करना कारण बना हुआ है क्योंकि E-COMMERCE की वजह से हमें अब किसी भी सामान खरीदने के लिए कहीं पर या किसी भी स्थान पर जाने की कोई भी आवश्यकता नहीं पड़ती है हम किसी भी स्थान से E-COMMERCE वेबसाइट के माध्यम से अपने घर की शॉपिंग कर सकते है और समय बचा सकते है।
E-COMMERCE से व्यापारियों के फायदे क्या-क्या हो सकते है?
कोई दुकान लेने की जरुरत नहीं
जब कोई व्यापारी E-COMMERCE में व्यापार करना चाहता है तो उसे E-COMMERCE में व्यापार करने के लिए कोई दुकान या कोई अलग से जगह खरीदने या किराये से लेने की कोई जरुरत नहीं है इसके अंदर वो अपने सामान को किसी भी मन चाहे स्थान पर रख सकता है या फिर E-COMMERCE वाली वेबसाइट के WHITE HOUSE में रख सकता है इसके अंदर आपको सामान रखने का कोई झंझट पैदा नहीं होता है।
दुनियां में कहीं भी सामान बेचना
E-COMMERCE में व्यापारी अपने एक स्थान पर बैठर दुनियां के हर स्थान पर अपने सामान का विक्रय आसानी से कर सकता है E-COMMERCE में व्यापारी को केवल E-COMMERCE वेबसाइट पर अपने सामान की लिस्ट करानी होती है अब उस E-COMMERCE वेबसाइट पर आने वाले दुनियां भर के ग्राहक आपके सामान को देख सकते है और यदि उनके जरुरत है तो वो आपके सामान को खरीदत सकते है यह ग्राहक दुनियां के किसी भी देश के हो सकते है।
किसी भी प्रकार का सामान बेचना
E-COMMERCE में व्यापारी किसी भी प्रकार सामान बेच सकता है इसके लिए किसी भी प्रकार को कोई पाबन्दी नहीं है बस वो सामान किसी को भी हानि ना पहुँचता हो और उस सामान पर किसी भी देश की सरकार ने प्रतिबन्ध नहीं लगाया हो।
कम इन्वेस्ट –
E-COMMERCE में व्यापारी को किसी भी प्रकार ज्यादा इन्वेस्ट करने की जरुरत नहीं पड़ती है E-COMMERCE से व्यापारी कम से कम में इन्वेस्ट करके अपने व्यापार को इंटरनेट से जोड़ सकता है।
ज्यादा कर्मचारी की जरूरत नहीं
E-COMMERCE में व्यापारी को ज्यादा कर्मचारी की जरूरत नहीं पड़ती है क्योंकि E-COMMERCE के ऑनलाइन व्यापार है इस व्यापार को वही व्यापारी कर सकता है जिसे कंप्यूटर और इंटरनेट की जानकारी हो E-COMMERCE में व्यापारी को व्यापार करने के लिए केवल एक कंप्यूटर और एक इंटरनेट कनेक्शन और उसे मैनेज करने वाला कोई एक व्यक्ति चाहिये होता है.
किसी भी स्थान से व्यापार करना
E-COMMERCE में व्यापारी को व्यापार करने के लिए कोई शॉपिंग मॉल या मार्किट में बैठने की जरुरत नहीं है E-COMMERCE में व्यापारी अपने व्यापार को किसी भी स्थान से कर सकता है और अपने व्यापार से लाभ कमा सकता है।
E-COMMERCE KE NUKSHAN KYA HAI ?
- छोटे व्यापार को नुकसान।
- कंप्यूटर और इंटरनेट का ज्ञान होना आवश्यक।
- वस्तु को स्पर्श ना कर पाना।
- जोखिम।
- सामान प्राप्त करने में काफी देरी।
छोटे व्यापार को नुकसान – E-COMMERCE का सबसे बड़ा नुकसान निकल कर आ रहा है वो है व्यापार के छोटे व्यापारियों का। E-COMMERCE की वजह से छोटे व्यापारी काफी प्रभावित हुये है आज कल हर व्यक्ति घर बैठे छोटे से लेकर बड़े सामान इन E-COMMERCE वेबसाइट से आर्डर करके अपने स्थान पर प्राप्त कर रहे है जिससे कारण बहुत से छोटे-मोटे व्यापारी का सामान बहुत ही कम मात्रा में बीच रहा है जो हर एक व्यापारी के लिये चिंता का कारण बना हुआ है।
कंप्यूटर और इंटरनेट का ज्ञान होना आवश्यक- E-COMMERCE वेबसाइट से सामान आर्डर करना और उस सामान का पेमेंट करना हर कोई व्यक्ति के बस की बात नहीं है E-COMMERCE वेबसाइट से केवल वहीं व्यक्ति सामान खरीद सकता है या बेच सकता है जिसे कंप्यूटर और इंटरनेट का बेसिक ज्ञान हो।
वस्तु को स्पर्श ना कर पाना– E-COMMERCE वेबसाइट से जब हमे कोई वस्तु खरीदना होती है तो हम उस वस्तु को खरीदने से पहले देख सकते है और उसके बारे में जानकारी ले सकते है लेकिन उस वस्तु को छू (स्पर्श) कर नहीं देख सकते है
जोखिम – E-COMMERCE वेबसाइट से सामान खरीदना भी हम कह सकते है की एक जोखिम का भी कार्य है क्योंकि जब हम E-COMMERCE वेबसाइट से सामान खरीदते है तो कभी -कभी कोई वेबसाइट की डिमांड होती है कि आपको इस सामान को पहले पेमेंट करना होगा यानि कि “सामान CASH ON DELIVERY ना होना ” उस स्थति में हम अपने सामान का पहले पेमेंट करने के लिए अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते है जो एक जोखिम का कार्य होता है।
सामान प्राप्त करने में काफी देरी – जब कोई खरीददार E-COMMERCE वेबसाइट से सामान खरीदता है तो उस खरीदार को सामान हाल ही में प्राप्त नहीं होता है उस सामान को प्राप्त करने के लिए खरीदार को काफी इंतजार करना पड़ता है.
ध्यान दें – दोस्तों E-COMMERCE KE NUKSHAN KYA HAI यह आप शब्दों में नहीं समझे हो तो इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है हमने E-COMMERCE KE NUKSHAN से सम्बंधित एक वीडियो बना दिया है आप इस वीडियो को देखकर E-COMMERCE KE NUKSHAN से सम्बंधित और अधिक जानकारी ले सकते हो।