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Cobol Language क्या है और इसका महत्व और इसकी विशेषता कौनसी ?

COBOL Language क्या है ?

COBOLका Full Form – Common Business Oriented Language है यह लैंग्वेज व्यावसायिक कार्यो के लिए प्रयोग की जाती हे यह लैंग्वेज भी इंग्लिश भाषा के समान ही होती है पर कोबोल लैंग्वेज व्यापारिक डाटा प्रोसेसिंग की समस्याओ को हल करने वाली हाई लेवल लैंग्वेज ही इस लैंग्वेज का विकाश का काम वर्ष 1959 में कमांडर ग्रेस मरे हॉपर के मार्गदर्शन में अमेरिका रक्षा विभाग में हुआ बाद में इस लैंग्वेज के विकास के लिए एक ग्रुप कोड़ासील(CODASYL – Conference On Data System Language ) को सोप दिया

सबसे पहली सामान्य कोबोल लैंग्वेज की रिपोर्ट वर्ष 1960 में छपी इसके बाद कोबोल लैंग्वेज में कुछ सुधार हुआ और वर्ष 1968 में इसका नया संस्करण आया इसके बाद अन्य संस्करण वर्ष 1974 और वर्ष 1984 में आये वर्तमान में COBOLलैंग्वेज व्यवसाय के लिए एक हाई लेवल लैंग्वेज के रूप में उपयोग होने लगी.

COBOLलैंग्वेज को विकसित करने के लिए मुख्य लक्ष्यो में से एक लक्ष्य यह था की एक ऐसी हाई लेवल लैंग्वेज को विकसित किया जाये जो मशीन पर आधारित ना हो जिससे इसमें तैयार प्रोग्राम अलग-अलग कम्प्यूटर पर चलाये जा सके कोबोल लैंग्वेज के प्रोग्राम को मशीनी लैंग्वेज में अनुवाद करने के लिए कोबोल का कम्पाइलर होता हे इसमें अधिकतम 30 कैरक्टर में डाटा का नाम दे सकते हे इस कारण किसी भी डाटा को पूरा नाम दिया जा सकता है 

जिससे यह समझने में आसानी होती हे जैसे – CNAME के स्थान पर कोबोल लैंग्वेज में हम CUSTOM ERNAME भी लिख सकते हे इस लैंग्वेज में प्रत्येक सुचना के बारे में Comment लिख सकते है जिससे इसमें डॉक्यूमेंट को मेन्टेन करने की सुविधा अन्य हाई लेबल लैंग्वेज की तुलना में अच्छी होती है कोबोल लैंग्वेज में शब्दो की संख्या 300 होती है इन शब्दो को याद रख पाना प्रोग्राम के लिए बहुत कठिन होता है.

COBOL Language का महत्व

कोबोल लोगो के द्वारा उपयोग करने वाली पहली हाई लेबल लैंग्वेज थी यह वैसे एक इंग्लिश जैसी ही लैंग्वेज है जो लोगो के द्वारा सबसे ज्यादा उपयोग होती थी सभी इन्स्ट्रशन दिए जाते थे तो उन्हें आसानी से इंग्लिश शब्दो में कोड के द्वारा लिख दिया जाता था व्यवसाय में यह सबसे अधिक इसलिए उपयोग होती है क्योंकि यह पूरी तरह से सिक्योर है। 

COBOL Language की विशेषता क्या है?

Simplicity & Standard – कोबोल भाषा पड़ने के लिए बहुत आसान हे कोबोल लैंग्वेज को कम्पाइलर के द्वारा हम उसे कम्प्यूटर लैंग्वेज में कन्वर्ट कर सकते हे जिससे प्रोग्राम बनाने में आसानी होगी यह सिन्टेक्स और वोकैबुलरी और अन्य फीचर को सपोर्ट करता है.

Business -Oriented Capabilities – कोबोल लैंग्वेज बड़ी बड़ी फाइल्स को संभाल के रख सकता है काफी ज्यादा मात्रा डाटा को संभालने में सक्षम है कोबोल लैंग्वेज अभी भी 70% बिज़नेस का लेन -देन को संभालता है. 

Universality – कोबोल लैंग्वेज के इस फीचर से हम अपने बिज़नेस को और अच्छा आकार दे सकते है और एक अच्छा प्लेटफार्म अपने बिज़नेस को दे सकते है जैसे-जैसे समय आगे की और बढ़ रहा वैसे ही कोबोल के नए संस्करण मार्किट में कदम रख रहे है जिन्हे कम्पाइलर की मदद से हम बिज़नेस के उपयोग में ले सकते है.

Structure & Scalability – कोबोल लैंग्वेज में लॉजिक कण्ट्रोल स्टैंडर्ड मौजूद होता हे जिससे हम पढ़ कर इन्हे हम अपने तरीके से बदल भी सकते है कोबोल लैंग्वेज के अलग अलग बिभाजन है इसलिए हम कोई भी लैंग्वेज डबिंग आसानी से कर लेते है.

कोबोल लैंग्वेज के Division 

  • Identification Division 
  • Environment  Division 
  • Data Division 
  • Procedure Division 

Identification Division –

  • प्रोग्राम और कम्पाइलर इस डिवीज़न का उपयोग प्रोग्राम को पहचानने के लिए करते है। 
  • इसमें केवल वही प्रोग्राम चल सकता है जिसके पास प्रोग्राम Id  होगी।
  • यह डिवीज़न उस प्रोग्राम की पहचान करता है  जिसमे अक्षर होते है.

Environment Division – एनवायरनमेंट डिवीज़न यह आपको प्रोग्राम में इनपुट आउटपुट फाइल्स की पहचान करा के आपको इन्फॉर्म करता है की यह फाइल्स किस नाम की है और कौनसे सॉफ्टवेयर की है। 

Data Division – डाटा डिवीज़न का उपयोग प्रोग्राम में होने वाले वेरिएबल को परिभासित करने के लिए किया जाता हे इस डिवीज़न में फाइल सेक्शन का उपयोग फाइल के रिकॉर्ड को चेक कर के बताता है डाटा को सेव करना और फाइल की सरचना को बदलना जो प्रोग्राम में उपयोग किये जाते है.

Procedure Division – प्रोग्राम में लॉजिक जैसे वैरिएबल को शामिल करने के लिए इस डिवीज़न का उपयोग किया जाता है इस डिवीज़न में लास्ट निर्णय को समाप्त करने के लिए Stop Run है इसका उपयोग कालिंग प्रोग्राम या एग्जिट प्रोग्राम में किया जाता है। 

COBOL Language के लाभ (Advantages of COBOL Language )

  • यह अधिक मात्रा में डाटा को इनपुट व् आउटपुट कर सकती है.
  • अधिक से अधिक 30 कैरक्टर में डाटा नाम दिए जा सकते है इस कारण से किसी भी डाटा नाम को बड़ा नाम दिया जा सकता हे जिससे यह समझने में सरल हो जाता हे -जैसे  cname के स्थान पर हम कस्टमर नाम डाल सकते हे 
  • भाषा में प्रत्येक निर्देश के बारे में कमेंट लिखना संभव है जिससे इसमें डॉक्यूमेंनटन की सुविधा अन्य हाईलेबल की तुलना में अच्छी है.

COBOL Language की हानिया (Disadvantages of COBOL Language )                                       

  1. भाषा के निर्देश बड़े होने के कारण इसके अनुबाद में काफी समय लगता है.
  2. कोबोल लैंग्वेज में आरक्षित शब्दो की संख्या अधिक होने से इन्हे याद रखना रखना बहुत मुश्किल होता है इन सब्दो की कुल संख्या 300 होती है.
  3. यह वैज्ञानिक अनुप्रयोगों को संभालने के लिए डिजाइन नहीं किया गया है। 
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PRAMOD

मेरा नाम Pramod Mahor है मैं कंप्यूटर और टेक से सम्बंधित जानकारी का एक Youtuber और Blogger हूँ मैं अपने 10 साल से भी ज्यादा का कंप्यूटर और टेक से सम्बंधित कामों का अनुभव शेयर करता हूँ इस ब्लॉग में. धन्यवाद. basiccomputerhindi

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