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Seo Friendly Post कैसे लिखते है क्या है Seo Friendly Post लिखने का तरीका ? इसमें कौनसी-कौनसी बातों को ध्यान में रखा जाता है ?
Seo Friendly Post लिखने का तरीका?
ब्लॉग पर किसी भी पोस्ट को लिखने से पहले आपको उस पोस्ट के विषय से सम्बंधित जानकारी पूरी होनी चाहिए आप ब्लॉग पर किसी भी विषय के बारे में लिखे उससे पहले आप अपने विषय के बारे में रिसर्च करे उस विषय की महत्वपूर्ण पॉइंट को नॉट करे और सही सटीक जानकारी इक्कठा करे और तभी उस विषय पर अपने ब्लॉग में पोस्ट लिखे,
उदहारण :- अगर आपको “कंप्यूटर क्या है” इस विषय पर कोई ब्लॉग पोस्ट लिखनी है तो आपको सबसे पहले कंप्यूटर की पूरी जानकारी लेनी होगी जैसे – कंप्यूटर का इतिहास, कंप्यूटर के निर्माणकर्ता, कंप्यूटर के पार्ट्स , कंप्यूटर कैसे चलता है , कंप्यूटर का महत्व , कंप्यूटर की विशेषता, कंप्यूटर का भविष्य, आपका ब्लॉग किसी भी केटेगरी का है और आपको एक अच्छी और Seo Friendly ब्लॉग Post लिखना है तो आपको उस ब्लॉग पोस्ट के अंदर इतनी जानकारी डालनी हो होगी,
आप ब्लॉग पोस्ट में किसी भी विषय की जानकारी पूरी तरह से देते है तो इंटरनेट सर्च इंजन [Google] आपकी ही ब्लॉग पोस्ट को अपने सर्च इंजन में रैंक करता है क्योंकि सर्च इंजन अपने यूजर कोई एक ही पोस्ट के अंदर सभी जानकारी प्रोवाइड करना चाहता है वो नहीं चाहता की उसके सर्च इंजन के द्वारा आया हुआ इंटरनेट यूजर को किसी भी जानकारी के लिए अलग-अलग वेबसाइट ब्लॉग पर जाना पड़े और इसकी वजह से यूजर का टाइम भी ख़राब हो ,
Google या इंटरनेट का कोई भी सर्च इंजन हमेशा उसी ब्लॉग पोस्ट को अपने सर्च लिस्ट में इंडेक्स करता है जिसकी पोस्ट में ज्यादा से ज्यादा जानकारी सटीक और सही हो और कम शब्दों में उसने पुरे विषय कवर किया हो उस पोस्ट अंदर विषय के हर महत्वपूर्ण बिंदु के बारे में जानकारी हो पोस्ट के अंदर ऐसा कोई महत्वपूर्ण बिंदु ना छूट जाये जो विषय का सबसे महत्वपूर्ण बिंदु है जैसे – अगर आप “कंप्यूटर” के बारे में पोस्ट लिखते है तो आपको कंप्यूटर के इतिहास के बारे में भी थोड़ा बहुत लिखना है।
Seo Friendly Post कैसे लिखते है कौनसी-कौनसी बातों को ध्यान में रखा जाता है ?
- ब्लॉग पर किसी भी विषय पर पोस्ट लिखे तो उस विषय की पूरी जानकारी पोस्ट के अंदर होनी चाहिए।
- ब्लॉग के पोस्ट को ज्यादा लम्बा बड़ा लिखने के चक्कर में पोस्ट के अंदर रिपीट शब्द और रिपीट पैराग्राफ ना लिखे।
- ब्लॉग पोस्ट में सभी शब्दों को सही और सटीक लिखे पोस्ट के अंदर शब्दों में किसी भी प्रकार की गलती ना हो यानी Grammar Mistake ना हो।
- ब्लॉग पोस्ट का “Titile” पोस्ट से Related हो और उस Title के अंदर “Focus Keyword” शामिल हो।
- ब्लॉग पोस्ट में शुरू के पैराग्राफ में “Focus Keyword” उपयोग होना चाहिए।
- ब्लॉग पोस्ट के अंदर एक या दो इमेज होनी चाहिए और उसके अंदर “Focus Keyword [Alt Tag] ” उपयोग होना चाहिए।
- ब्लॉग पोस्ट में मेटा डिस्क्रिप्शन में “Focus Keyword” का उपयोग होना चाहिए।
- ब्लॉग पोस्ट के अंदर 2 या 3 “Tags” होने चाहिए ब्लॉग पोस्ट के “Title” से मिलते-जुलते।
- ब्लॉग पोस्ट के कम से कम 500 या 300 शब्द होना चाहिए।
- ब्लॉग पोस्ट में एक इंटरनल लिंक होना चाहिए पोस्ट के विषय से रिलेटेड।
- ब्लॉग पोस्ट के अंदर एक एक्सटर्नल लिंक होना चाहिए पोस्ट के विषय से रिलेटेड।
- ब्लॉग पोस्ट लिखते समय कीवर्ड डेंसिटी का विशेष ध्यान दे पोस्ट के अंदर कीवर्ड स्तुफ्फिंग से बचे.
- ब्लॉग पोस्ट का एक कैनोनिकल यूआरएल भी पोस्ट के अंदर इम्प्लीमेंट होना चाहिए।
- ब्लॉग पोस्ट जिस विषय पर लिखा है और आपने उस विषय का का वीडियो बनाया है तो पोस्ट के अंदर वीडियो में डाले।
ऊपर दी गई जानकारी के अंतर्गत आप पोस्ट लिखते है अपने ब्लॉग पर तो यह एक Seo Friendly Post ही मानी जाएगी और गूगल ही नहीं हर इंटरनेट Search Engine आपकी Seo Friendly Post की वजह से अपने इंटरनेट सर्च इंजन में पहले पेज पर रैंक करायेगा।
Seo Friendly Post लिखने से ब्लॉगर को फायदे क्या-क्या मिलते है?
- Seo Friendly Post लिखने पर वो पोस्ट गूगल या अन्य इंटरनेट सर्च इंजन में रैंक कुछ ही समय में करता है.
- Seo Friendly Post पोस्ट लिखने से पोस्ट गूगल के सर्च इंजन पहले पेज पर लम्बे समय तक बनी रहती है.
- Seo Friendly Post लिखने से आपकी वेबसाइट या ब्लॉग का SEO [Search Engine Optimization] मजबूत होता है.
- Seo Friendly Post की वजह से आपकी वेबसाइट या ब्लॉग कर अच्छा ट्रैफिक आता है और वेबसाइट या ब्लॉग बहुत जल्दी अच्छे स्तर पर ग्रो होता है.
- Seo Friendly Post लिखते से वेबसाइट या ब्लॉग को डोमन अथॉरिटी काफी बढ़ती है.